कॉलेज की एक शर्मीली छात्रा अपने पिता के फिगर से मदद मांगती है, जिससे एक गर्म मुठभेड़ होती है। बूढ़े आदमी का अनुभव और उसकी उत्सुकता एक तीव्र, निषिद्ध मुठभेड़, सीमाओं और अपेक्षाओं को धुंधला कर देती है।.
एक युवा, शर्मीली कॉलेज छात्रा अपने पिता के आंकड़े की बांहों में खुद को पाती है, जिससे एक निषिद्ध प्रेम कहानी, अपनी बेटियों की दोस्त की इच्छाओं और इच्छाओं को पूरा करने का एक वसीयतनामा बनता है। जैसे-जैसे रात बढ़ती है, बूढ़े आदमी कमजोर हो जाते हैं, और वह अपनी मौलिक इच्छाओं के आगे झुक जाता है। लड़की शुरू में अचंभित हो जाती है, जल्द ही खुद को इस अनुभव का आनंद लेते हुए पाती है। बूढ़ा आदमी, अपने अनुभवी हाथों और सौम्य स्पर्श से, उसे एक जंगली सवारी पर ले जाता है। उनकी भावुक मुठभेड़ की आवाजें कमरे में भर जाती हैं, क्योंकि लड़की खुशी में रोती है। यह सिर्फ निषिद्ध प्यार की कहानी नहीं है, इसकी इच्छा की शक्ति और लंबाई को संतुष्ट करने के लिए इसका वसीयतनामा है।.
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