एक डरपोक किशोरी अपने लड़के, उसकी चाची और सौतेली माँ से मिलने जाती है। वह धीरे-धीरे उसकी बांह को छूती है, जो जुनून के लिए एक मूक याचिका है। उनकी तीव्र मुठभेड़ उसे अवाक छोड़ देती है, उसका तंग शरीर परमानंद में छटपटाता है।.
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